श्रावस्ती। श्रावस्ती लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राम शिरोमणि वर्मा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।राम शिरोमणि वर्मा ने लगातार दूसरी बार इस सीट से जीत हासिल कर अपनी सियासत का लोहा मनवाया है।राम शिरोमणि वर्मा ने 76 हजार से अधिक मतों से भाजपा प्रत्याशी साकेत मिश्रा को मात दी है।राम शिरोमणि वर्मा पहले ऐसा नेता हैं जो इस सीट से दूसरी बार सांसद बने हैं।
अम्बेडकरनगर जिले के ग्राम प्रताप पुर चमुर्खा निवासी राम शिरोमणि वर्मा का जन्म एक छोटे से किसान परिवार में हुआ था।राम शिरोमणि वर्मा ने बसपा से अपनी सियासत की शुरुआत की थी।राम शिरोमणि वर्मा बसपा के जिला अध्यक्ष और मंडल कोऑर्डिनेटर रहे।2019 के लोकसभा चुनाव में राम शिरोमणि वर्मा ने जीत हासिल कर श्रावस्ती में पहली बार नीला झंडा लहराया था।लोकसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने जब पार्टी से निकाला तो राम शिरोमणि ने सपा का दामन थाम लिया और लोकसभा चुनाव लड़ कर इतिहास रच डाला।श्रावस्ती लोकसभा सीट से लगातार दो बार चुनाव जीतने वाले राम शिरोमणि वर्मा पहले सांसद हैं।
सरल स्वभाव के राम शिरोमणि वर्मा ने दलित ,पिछड़ा और अल्पसंख्यक समीकरण को ऐसे साधा कि भाजपा की सारी की सारी रणनीति धरी की धरी रह गई।डॉ राम मनोहर लोहिया और महात्मा गौतमबुद्ध की सरजमीं का ऐसा मेल हुआ कि भाजपा का हिंदुत्ववाद पीछे हो गया।राम शिरोमणि वर्मा की जीत में इनका स्वभाव और बेरोजगारों ,आरक्षण और संविधान बचाओ का मुद्दा मत्वपूर्ण भूमिका अदा किया।