गोरखपुर।गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नागरिकों को होली की मंगलमय शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारे पर्व एवं त्योहार सौहार्द, शांति और समता के प्रतीक होने चाहिए। कहीं कोई भेदभाव न हो, सभी एकजुट रहें। यही होली का भी संदेश है। शक्तिशाली समाज और समर्थ राष्ट्र के लिए आवश्यक है कि समाज में किसी भी प्रकार का भेदभाव न रहे, सबके बीच मतभेद समाप्त हो।
सीएम योगी रविवार शाम पाण्डेयहाता में होलिका दहन उत्सव समिति की ओर से आयोजित होलिका दहन शोभायात्रा के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब हम एकजुटता की भावना से देश हित के लिए सक्रिय होते हैं तो पर्व-त्योहारों के उमंग और उत्साह का लाभ अनंत काल के लिए प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने होलिका दहन और होली को सत्य, न्याय व धर्म की विजय के उल्लास का पर्व बताते हुए कहा कि जहां भक्ति होती है वहां स्वतः शक्ति आ जाती है। भक्ति और शक्ति का यह समन्वय होलिका दहन के रूप में देखने को मिलता है। होलिका दहन में यह संदेश निहित है कि अन्यायी और अत्याचारी कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसका अंत सुनिश्चित होता है। होलिका दहन सन्मार्ग पर चलने वाले भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार का तथा अन्यायी हिरण्यकश्यप और होलिका के नष्ट होने का स्मरण पर्व है।
जब भी अन्याय होगा तो उसका दहन भी होना तय
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुराई की प्रतीक होलिका के दहन से यह संदेश भी मिलता है कि जब भी अन्याय होगा, पक्षपात होगा तो उसका दहन भी होना तय है। होलिका का दहन और हिरण्यकश्यप का वध उसी परम्परा का हिस्सा है जिसमें हम प्रतिवर्ष अन्यायी रावण का पुतला भी जलाते हैं। सकल सनातनी हजारों वर्षों की अपनी इस विरासत को उत्साह और उमंग से मनाते हैं। मुख्यमंत्री ने होलिका दहन और होली को लेकर लोगों से यह अपील भी की कहीं ऐसा कोई कृत्य नहीं होना चाहिए जिससे उत्साह, उमंग बाधित हो। कहीं कोई टकराहट नहीं होनी चाहिए।