अंबेडकरनगर । महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने जा रहे हैं तो जरा सावधान हो जाइए । कहीं ऐसा न हो कि वगैर इलाज के ही आप को वापस लौटना पड़े । नए नियमों का पालन करेंगे तो इलाज कराने में आसानी होगी नही तो निराश हो कर वापस लौटना पड़ सकता है।
दरअसल अब राजकीय मेडिकल कॉलेज में ओपीडी का पर्चा बनवाने के लिए आभा एप अनिवार्य कर दिया गया है । मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के लिए अब आभा एप से ही ओपीडी का पर्चा बनेगा । हलाकि बुजुर्गों और इमरजेंसी के मरीजों का पर्चा अब भी काउंटर से बन रहा है ।
क्या है आभा एप….
आभा एक एप है । जिसे मोबाइल में प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जाता है । इस एप को डाउनलोड कर इसमें दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मोबाइल नंबर और आधार कार्ड का नंबर डालना होता है । आभा कार्ड बनाने के लिए अपना पूरा नाम और पता भरना होता है । इसके बाद आप को एक कोड मिलेगा । इस कार्ड मे आप के स्वास्थ संबंधी सभी जानकारियां सुरक्षित रहेगी । प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में आप इलाज के लिए जा रहे हैं तो पर्चा काउंटर पर लगे बारकोड को स्कैन करें या फिर अपना कोड बताएं । इससे आप का सारा डिटेल वहां कंप्यूटर में दिखाई देने लगेगा । इस व्यवस्था के लागू हो जाने से मरीजों को पर्चा बनवाने के लिए लाइन नही लगानी पड़ेगी । जांच रिपोर्ट के लिए भटकना नहीं पड़ेगा ।
वगैर इलाज के लौटे मरीज….!
मेडिकल कॉलेज में आभा की व्यवस्था कड़ाई से लागू करने के बाद आज बड़ी संख्या में मरीज वगैर इलाज के ही लौट गए । वैसे तो दो काउंटर पर पर्चा बनाने की व्यवस्था थी लेकिन वहां भी बहुत कम लोगों का पर्चा बिना आभा के बना।इलाज कराने आई मरीज रमावती , इंद्रजीत और राम नेवल ने बताया कि उनके पास मोबाइल नही है । पर्चा बनवाने गए तो बोले पहले आभा डाउनलोड करो । सुबह से बारह बजे तक भटकते रहे फिर घर चले गए ।
कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित पटेल ने बताया कि आभा एप से पर्चा बनवाने पर मरीजों को भी फायदा मिलेगा । जिन लोगों के पास आभा एप की सुविधा नहीं है उन्हें काउंटर से पर्चा दिया जा रहा है ।